tag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post4018093633429851822..comments2023-04-08T13:13:33.467+05:30Comments on SECOND OPINION: तुम्हारी तरह मैं प्यार करता हूँसंध्या नवोदिताhttp://www.blogger.com/profile/15331623185897820655noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-65470787701997397372010-01-05T21:45:19.038+05:302010-01-05T21:45:19.038+05:30"बचपन का गुमशुदा होना"
....Ironically,..."बचपन का गुमशुदा होना" <br /><br />....Ironically,children of our times when they will grow up will not be lamenting over loss of childhood like Roque Dalton !!Arvind K.Pandeyhttp://navopinion.blogspot.com/noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-13002112563130988212010-01-05T11:28:08.927+05:302010-01-05T11:28:08.927+05:30हमें तो मालुम ही नहीं था,यह राक डिल्टन की कविता है...हमें तो मालुम ही नहीं था,यह राक डिल्टन की कविता है,अनुवाद बेहद खुबसुरत,आप कहाँ गायब हो गयीं,कुछ अता पता तो दिजीये ।Vinashaay sharmahttps://www.blogger.com/profile/14896278759769158828noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-78413856197962567992009-12-25T11:45:17.958+05:302009-12-25T11:45:17.958+05:30अरे नवोदिता जी… ग़ज़ब की कविता है भाई और अनुवाद भी उ...अरे नवोदिता जी… ग़ज़ब की कविता है भाई और अनुवाद भी उतना ही शानदार कि लगा ही नहीं कि किसी और भाषा में लिखी गयी थीं।<br />बधाई!!Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-23353149031842295332009-12-25T09:44:22.894+05:302009-12-25T09:44:22.894+05:30सादर वन्दे
और कविता रोटी की तरह
सबकी ज़रूरत है
वाह!...सादर वन्दे<br />और कविता रोटी की तरह<br />सबकी ज़रूरत है<br />वाह! सुन्दर <br />रत्नेश त्रिपाठीaaryahttps://www.blogger.com/profile/08420022724928147307noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-79698094290211289652009-12-25T05:55:18.225+05:302009-12-25T05:55:18.225+05:30सुन्दर नज़ारे और रोटियों के लिए लड़ना ...
प्रेम से प...सुन्दर नज़ारे और रोटियों के लिए लड़ना ...<br />प्रेम से प्यार करना ...<br />बहुत सुन्दर ....आभार ...!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-79544292714397318992009-12-25T05:17:36.227+05:302009-12-25T05:17:36.227+05:30रॉक डाल्टन की कविता का हिंदी अनुवाद बहुत अच्छा लगा...रॉक डाल्टन की कविता का हिंदी अनुवाद बहुत अच्छा लगा, बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3878940701932218528.post-84242660955775258472009-12-25T02:27:46.064+05:302009-12-25T02:27:46.064+05:30शुक्रिया हम तक इतनी मार्मिक खूबसूरत संवेदनशील रचना...शुक्रिया हम तक इतनी मार्मिक खूबसूरत संवेदनशील रचना पंहुचाने के लिए . सचमुच प्यार के रंग कवि बखूबी पहचानता है प्यार दुनियां की वो नेमत है जो सिर्फ इंसान को ही नहीं बल्कि सभी जगह - जीव, प्रकृति, सृष्टि में समाई है. प्यार की कोई एक सूरत नही हज़ारों हज़ार सूरतें हैं और लफ्ज़ इस प्यार को अपनी रगों में सदा समोए हुए हैं ज़रूरत है इन्हें महसूस करने की .<br /><br />जिस तरह रोटी सिर्फ देह की ज़रूरत नहीं इन्द्रिय सुख भी है उसी तरह प्यार भी सिर्फ जिस्मानी ज़रूरत नही ह्रदय का अंतरिम आनंद है और ज़िंदगी - प्यार व् रोटी दोनों को अपने लहू के रंग खुश्बू चाह में ,अपने वजूद से कोई समझौता नही करने देती . ज़िंदगी का मतलब सिर्फ सांस नही , रोटी का मतलब सिर्फ भूख की आग नही उसी तरह प्यार का मतलब सिर्फ यौवन की उत्तेजना का उन्माद नही . ये सभी इंसानी शिराओं का प्राण तत्व हैंमैं यानी इन सबका दोस्त .... बसhttps://www.blogger.com/profile/01562733827921880292noreply@blogger.com